Rehmo Karam
हारी हथेली की लकीरें क्यों
देवा सारी बनी है जंज़ीरे क्यूँ
हारी हथेली की लकीरें क्यों
देवा सारी बनी है जंज़ीरे क्यूँ
आँखों के आगे अँधेरा सा है
रूठा है मुझसे सवेरे क्यूँ
क्या वह धनकी सतरंगी थी
मेरी नज़र का भरम
दाता तेरा कैसा है रहमो करम
दाता तेरा कैसा है रहमो करम
दाता तेरा कैसा है रहमो करम
दाता तेरा कैसा है रहमो करम
दाता तेरा कैसा है रहमो करम
कभी जिनके करते थे नज़ारे
बनी है उन ख़्वाबों की मज़ारें
हो कभी जिनके करते थे नज़ारे नज़ारे
बनी है उन ख़्वाबों की मज़ारें
चुरा चुरा टूट कर क्यूँ आशियाना
हसरतों का हुवा रे
सीने में दर्द का डेरा सा है
पिघला नहीं बूत तेरा क्यूँ
तुहि बता इस टूटे दिल से
अब निभाउँ क्या धरम
दाता तेरा कैसा है रहमो करम
दाता तेरा कैसा है रहमो करम
दाता तेरा कैसा है रहमो करम
दाता तेरा कैसा है रहमो करम
ओ दाता तेरा कैसा है रहमो करम
हे राम हे राम हे राम
हे राम हे राम
हेंचि दान देगा देवा
तुझा विसर न व्हावा
हेंचि दान देगा देवा
देवा