Bekas Pe Karam Kijiye
NAUSHAD, SHAKEEL BADAYUNI
बेकस पे करम कीजिये, सरकार-ए-मदीना
बेकस पे करम कीजिये सरकार-ए-मदीना
गर्दिश में है तक़दीर भवर में है सफीना
बेकस पे करम कीजिये
है वक़्त-ए-मदद आईये बिगड़ी को बनाने
बिगड़ी को बनाने
गोशिदा नहीं आपसे कुछ दिल के फ़साने
ज़ख्मो से भरा है किसी मजबूर का सीना
बेकस पे करम कीजिये
छायी है मुसीबत की घटा गेसुओं वाले
गेसुओं वाले
लिल्लाह मेरी डूबती कश्ती को बचाले
तूफ़ान के आसार है दुशवार है जीना
बेकस पे करम कीजिये, सरकार-ए-मदीना
गर्दिश में है तक़दीर भंवर में है सफीना
बेकस पे करम कीजिये