Dhoond Rahi Thi
मैं चोर नही हू मुझको ना पाकड़ो
लोगो मुझे जाने दो
ढूंड रही थी जिसे ए भाई जी
मिला नही वो मिला दूजा कोई
ढूंड रही थी जिसे ए भाई जी
मिला नही वो मिला दूजा कोई
पर जिनपे मरते हैं हम ये हैं वो मेरे सनम
इनको ही दे के कसम पूछो ना
ढूंड रही थी जिसे ए भाई जी
मिला नही वो मिला दूजा कोई
पर जिनपे मरते हैं हम ये हैं वो मेरे सनम
इनको ही दे के कसम पूछो ना
ढूंड रही थी जिसे ए भाई जी
मिला नही वो मिला दूजा कोई
इतना तो प्यार नही सस्ता मेरा
भला किसी चोर से क्या रिश्ता मेरा
इतना तो प्यार नही सस्ता मेरा
भला किसी चोर से क्या रिश्ता मेरा
भगवान के लिए सच बोलना
सूरत से चोर तुम्हे लगती हू क्या
पेशा हैं इसका यही भोली बनती है बड़ी
इसको ही दे के कसम पूछो ना
ढूँढ रही थी जिसे ए भाई जी
मिला नही वो मिला दूजा कोई
झूठ लगा के मुझको फसा के
तुझको बैरी क्या मिल गया
तुझसे तो अब राम ही समझे
पत्थर दिल जालिम बेवफा
ठहरो भाइयो इनको छोड़ दो
सचमुच ये हैं मेरी दिलरुबा
सूरत है ज़रा यू ही सी मगर
शादी का है इरादा मेरा
वो जिनपे मरते हैं हम ये हैं वो मेरे सनम
इनको ही दे के कसम पूछो ना
ढूँढ रही थी जिसे ए भाई जी
मिला नही वो मिला दूजा कोई
पर जिनपे मरते हैं हम
ये हैं वो मेरे सनम
इनको ही दे के कसम पूछो ना (इनको ही दे के कसम पूछो ना)