Arghya Chadhaao Prani
ॐ सूर्याय नम
आदित्याय नम
श्रोताऔ भगवन सूर्य जिन्हे आदित्य नाम से
शास्त्रों में जाना जाता है
वे इस सृष्टि के साक्षात देवता है
जिनका प्राणी प्रति दिन दर्शन करता है
आइये भगवन सूर्य नारायण के चरणों में
नमन करते हुए उनका गुणगान करे
अर्घ्या चढ़ाओ प्राणी
नमन करो रे प्राणी
अर्घ्या चढ़ाओ प्राणी
नमन करो रे प्राणी
औ औ चाँद भवन के स्वामी
सकल लोक के गामी
सतरंगी किर्णो के ज्योत के
सूर्य है अंतर्यामी
हे दिनेश दिंकेश्वर
नमामी नमामी नमामी
प्रणाम करो रे प्राणी
अर्घ्या चढ़ाओ प्राणी
नमन करो रे प्राणी
अर्घ्या चढ़ाओ प्राणी
नमन करो रे प्राणी
औ औ चाँद भवन के स्वामी
सकल लोक के गामी
सूर्य देवता साक्षात है
सभी प्रकाशित इनसे
चंद्रा ब्रहस्पति बुध शुक्र शनि
सभी प्रभावित इनसे
सूर्याए नम सूर्याए नम सूर्याए नम सूर्याए नम
सूर्य की पूजा जो करते है
होते जग में ज्ञानी
प्रणाम करो रे प्राणी
अर्घ्या चढ़ाओ प्राणी
नमन करो रे प्राणी
अर्घ्या चढ़ाओ प्राणी
नमन करो रे प्राणी
औ औ चाँद भवन के स्वामी
सकल लोक के गामी
आ आ आ
आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
सूर्य की महिमा बड़ी निराली
जिसपे कृपा होती है
उसको धन वैभव सब मिलता
दुनिया उसी की चमकती है
सूर्याए नम सूर्याए नम सूर्याए नम सूर्याए नम
सूर्य रश्मिया निर्मल करती
पावन हो खलगामी
प्रणाम करो रे प्राणी
अर्घ्या चढ़ाओ प्राणी
नमन करो रे प्राणी
अर्घ्या चढ़ाओ प्राणी
नमन करो रे प्राणी
औ औ चाँद भवन के स्वामी
सकल लोक के गामी
चाँद भवन के स्वामी
सकल लोक के गामी
सतरंगी किर्णो के ज्योत के
सूर्य है अंतर्यामी
प्रणाम करो रे प्राणी
अर्घ्या चढ़ाओ प्राणी
नमन करो रे प्राणी
अर्घ्या चढ़ाओ प्राणी
नमन करो रे प्राणी
अर्घ्या चढ़ाओ प्राणी
नमन करो रे प्राणी
अर्घ्या चढ़ाओ प्राणी
नमन करो रे प्राणी
अर्घ्या चढ़ाओ प्राणी
नमन करो रे प्राणी
अर्घ्या चढ़ाओ प्राणी
नमन करो रे प्राणी
अर्घ्या चढ़ाओ प्राणी
नमन करो रे प्राणी
अर्घ्या चढ़ाओ प्राणी
नमन करो रे प्राणी