Ae Bhai Tu Kahan Se Aai
ऐ बाई
ऐ बाई
ऐ बाई तू कहाँ से आयी
वो कौन से नगर तुझे जाना
ऐ बाई तू कहाँ से आयी
वो कौन से नगर तुझे जाना
साथ मुझे ले ले अकेली न जाना
के अच्छा नहीं है ज़माना
सदके मस्तानी चाल के
दे दू कलेजा निकालके
सदके मस्तानी चाल के
दे दू कलेजा निकालके
फूल सी नाजुक जवानी को
रखूँगा मैं सम्भाल के
जायेगी अब तू कहाँ
रह जा दिलबर यहाँ रेह जा रेह जा न
ऐ बाई ऐ ऐ ऐ ऐ ऐ ऐ
ऐ बाई तू कहाँ से आयी
वो कौन से नगर तुझे जाना
साथ मुझे ले ले अकेली न जाना
के अच्छा नहीं है ज़माना
हाय रे बाली उमरिया
पतली पतंग सी कमरिया
हाय रे बाली उमरिया
पतली पतंग सी कमरिया
पाँव जहां रख दे तू गोरी
थर थर कांपे डगरिया
जुल्मी तेरी अदा मैं तो
घायल हुवा जाना ओ जाना
ऐ बाई ऐ ऐ ऐ ऐ ऐ ऐ
ऐ बाई तू कहाँ से आयी
वो कौन से नगर तुझे जाना
साथ मुझे ले ले अकेली न जाना
के अच्छा नहीं है ज़माना
ऐ बाई ऐ ऐ ऐ ऐ ऐ ऐ