Hua Kya Agar Tu Zara Bewafa
मुझे मत दुआ दे के मैं बद्दुआ हु
नहीं तेरे क़ाबिल के मैं बेवफा हूँ
हुआ क्या अगर तू जरा बेवफा हैं
हुआ क्या अगर तू जरा बेवफा हैं
मेरी दिलरुबा हैं
मेरी दिलरुबा हैं
नहीं गम अगर तूने धोखा दिया हैं
तू जान-इ-वफ़ा हैं
मेरी दिलरुबा हैं
हुआ क्या अगर तू जरा बेवफा हैं
मेरी दिलरुबा हैं
मेरी दिलरुबा हैं
न कर मेरी तारीफ मुझको भुला दे
भला मुझमें क्या है यह मुझको बता दे
तेरा हुस्ने तोह है बड़ा सीधा साधा
तेरी बेवफ़ाई हसीं है ज्यादा
बड़े शौक से तोड़ फिर कोई वादा
मैं आशिक़ हूँ जिसका यही वह अदा है
तू जान-इ-वफ़ा हैं मेरी दिलरुबा हैं
हुआ क्या अगर तू जरा बेवफा हैं
मेरी दिलरुबा हैं
मेरी दिलरुबा हैं
तुझे जो दिए हैं वह गम याद आये
मुझे आज अपने सितम याद आये
सितमगर भी है तोह मेहरबान है तू
भले किस खता पे पशेमान है तू
मुझे दर्द देकर परेशांन है तू
यही दर्द तोह मेरे दिल की दवा है
तू जान-इ-वफ़ा हैं मेरी दिलरुबा हैं
हुआ क्या अगर तू जरा बेवफा हैं
मेरी दिलरुबा हैं
मेरी दिलरुबा हैं
कही है जो तुमने वह बातें है झूठी
कोई झूठ सच मैं नहीं मानता हु
मैं तेरी निगाहों को पहचानता हु
मैं इसके सिवा कुत्च नहीं जानता हु
जहा हैं मोहब्बत वह और क्या हैं
तू जान-इ-वफ़ा हैं मेरी दिलरुबा हैं
हुआ क्या अगर तू जरा बेवफा हैं
मेरी दिलरुबा हैं
मेरी दिलरुबा हैं