In Aankhon Ke Zeenon Se
इन आँखों के ज़ीनों से
इस दिल में उतार जाऊँ
तुम मुझको इजाज़त दो
मैं इतना तो कर जाऊँ
मैं खूब समझती हूँ
है दिल में तुम्हारे क्या
आजाऊँ मैं बातों में
और हदसे गुजर जाऊँ
होंठो की यही वादी
मंज़िल है मेरे दिल की
मैं इसके सिवा तुम ही
बतलाओ किधर जाऊँ
ख्वाबो से हक़ीकत की
दुनिया के तरफ आओ
तुम चाहो जिधर जाना
मैं कैसे उधर जाऊँ
मैं प्यास हू सेहरा की
तुम एक समंदर हो
तुम चाहो तो जी लूं मैं
तुम चाहो तो मार जाऊँ
पोहचा दो मुझे घर तक
बाहो की हिफ़ाज़त में
रास्ते में दरखतों के
सायों से ना डर जाऊँ
रास्ते में दरखतों के
सायों से ना डर जाऊँ
हम्म हम्म हम्म हम्म