Meri Bheegi Bheegi Si [Open Stage]
Majrooh Sultanpuri, R D Burman
मेरी भीगी-भीगी सी पलकों पे रह गए
जैसे मेरे सपने बिखर के
जले मन तेरा भी किसी के मिलन को
अनामिका तू भी तरसे
तुझे बिन जाने, बिन पहचाने
मैंने ह्रदय से लगाया
तुझे बिन जाने, बिन पहचाने
मैंने ह्रदय से लगाया
पर मेरे प्यार के बदले में तूने
मुझको ये दिन दिखलाया