Tune Apni Jaan
ANANDJI KALYANJI, Gulshan Bawra, ANANDJI V SHAH, KALYANJI VIRJI SHAH
तूने अपनी जान देकर
अपना फर्ज निभाया है
यारा तूने यारी का खूब ये कर्ज चुकाया है
होता है क्या याराना ये जाने वो दीवाना
जिसने सीखा यार के खातिर हसते हसते मर जाना