Benaqab
आ
अगर तुम बेनक़ाब आओ
क़यामत की घड़ी होगी
अगर तुम बेनक़ाब आओ
क़यामत की घड़ी होगी
तुम्हे अपनी पड़ी होगी
हमें अपनी पड़ी होगी
अगर तुम बेनक़ाब आओ
क़यामत की घड़ी होगी
सरे महफ़िल कभी आकर
जो तुम जलवे बिखेरोगे
निगाहों की छूरी जब तुम
हमारे दिल पे फेरोगे
ना पूछो हाल क्या होगा
ना पूछो हाल क्या होगा
लबों पे जां अड़ी होगी
अगर तुम बेनक़ाब आओ
क़यामत की घड़ी होगी
मोहब्बत से मुहारत से
तुम्हे रब ने बनाया है
तेरी नाज़ुक जवानी को
नज़ाक़त से सजाया है
बड़ी अबिद तसल्ली से
बड़ी अबिद तसल्ली से
तेरी मूरत गड़ी होगी
अगर तुम बेनक़ाब आओ
क़यामत की घड़ी होगी
चमकते चाँद चेहरे से
जो तुम ज़ुल्फ़े हटाओगे
सामने बेथ कर मेरे
अगर तुम मुस्कुराओगे
करेगा दिल तुम्हे सज़दे
करेगा दिल तुम्हे सज़दे
नज़र तुम से लड़ी होगी
अगर तुम बेनक़ाब आओ
क़यामत की घड़ी होगी
अगर तुम बेनक़ाब आओ
क़यामत की घड़ी होगी