Baras Baras Badali Bhi Bikhar Gai
कब तक कटेगी ये
कब तक कटेगी ज़िन्दगी
किनारे किनारे ऐ
ओ माँझी अके नाओ
मेरी लहरों में ले जा रे
कब तक कटेगी ये
ज़माना कहते हैं
जिसे वो तो है जवानी
ज़माना कहते हैं
जिसे वो तो है जवानी
जवानी की रवानी है
बहता हुआ पानी
जवानी की रवानी है
बहता हुआ पानी
मुझको भी तो दिखा दे रे
मौजों के नज़ारे
मुझको भी तो दिखा दे रे
मौजों के नज़ारे
ो माँझी ाके नाओ
मेरी लहरों में ले जा रे
कब तक कटेगी ये
यूं खेल के कब तक
काग़ज़ की नाव बहाऊँ
यूं खेल के कब तक
काग़ज़ की नाव बहाऊँ
तुम आज तो मैं
प्रेम की गंगा में नहाऊं
तुम आज तो मैं
प्रेम की गंगा में नहाऊं
ये लहरें नन्हे
हाथों से करती है इशारे
ये लहरें नन्हे
हाथों से करती है इशारे
ओ माँझी अके नाओ
मेरी लहरों में ले जा रे
कब तक कटेगी ये
चल रे गेहरी मंझधार से
आया है बुलावा आ
चल रे गेहरी मंझधार से
आया है बुलावा
खेता जा मेरी नाओ
तू देता जा भुलावा
खेता जा मेरी नाओ
तू देता जा भुलावा
रहने दे सारी
दुनिया को रहने दे
रहने दे सारी दुनिया को
साहिल के सहारे
ओ माँझी अके नाओ
मेरी लहरों में ले जा रे
कब तक कटेगी ये