Bindiya Tarse Kajra Barse
बिडिया तरसे कजरा
बरसे आए ना साजना
ढाल गई रैना बुझ गई
बाटी मई खड़ी आँगना
बिडिया तरसे कजरा
बरसे आए ना साजना
ढाल गई रैना बुझ गई
बाटी मई खड़ी आँगना
मई प्यासी पिया आवाँ की
कोयल सी बिन सावन की
मई प्यासी पिया आवाँ की
कोयल सी बिन सावन की
भतकूँ रे साथी बिना
बिडिया तरसे कजरा
बरसे आए ना साजना
बाटी मई खड़ी आँगना
ढाल गई रैना बुझ गई
बरसे आए ना साजना
याद करूँ जब सुरतिया
और जले भीगी अँखियाँ
याद करूँ जब सुरतिया
और जले भीगी अँखियाँ
कुछ मोहे सुझे ना
बिडिया तरसे कजरा
बरसे आए ना साजना
ढाल गई रैना बुझ गई
बाटी मई खड़ी आँगना
ढूँढा ताकि सब द्वार गली
रात यूँ ही फिर बीत चली
ढूँढा ताकि सब द्वार गली
रात यूँ ही फिर बीत चली
आए पिया अजहुँ ना
बिडिया तरसे कजरा
बरसे आए ना साजना
बिडिया तरसे कजरा
ढाल गई रैना बुझ गई
बाटी मई खड़ी आँगना
मई खड़ी आँगना
मई खड़ी आँगना
ढाल गई रैना बुझ गई
बरसे आए ना साजना
ढाल गई रैना बुझ गई
बाटी मई खड़ी आँगना
मई खड़ी आँगना