Charu Chandra Ki Chanchal Chitwan
चारु चंद्र की चंचल चितवन
बिन बदरा बरसे सावन
मेघ मल्हार मधुर मन भावन
पवन पिया प्रेमी पावन
अब तुम कहो
चारु चंद्र की चंचल चितवन
बिन बदरा बरसे सावन
मेघ मल्हार मधु
फिर से सुनो
चारु चंद्र की चंचल चितवन
बिन बदरा बरसे सावन
मेघ मल्हार मधुर मन भावन
पवन पिया प्रेमी पावन
अब चलते हुए गाओ
रिमझिम रिमझिम छम छम गुण गुण
तिल तिल पल पल रुनझुन रुनझुन
रिमझिम रिमझिम छम छम गुण गुण
तिल तिल आ ना ना ना
चारु चंद्र की चंचल चितवन
बोलो
चारु चंद्र की चंचल चितवन
शाबाश आगे आगे
बिन बदरा बरसे सावन
शाबाश चलो आगे आगे बढ़ो
चारु चंद्र की चंचल चितवन
बिन बदरा बरसे सावन
फिर से फिर से चलो
चारु चंद्र की चंचल चितवन
बिन बदरा बरसे सावन
शाबाश आगे आगे आगे