Do Panchhi Udte Jayen
दो पंछी उड़ते जाये और गीत मिलन के गाए
है दुनिया मेला प्रीत का ये समझाए
दो पंछी उड़ते जाये और गीत मिलन के गाए
है दुनिया मेला प्रीत का ये समझाए
आ आ आ आ आ आ आ आ आ
हवा ये ठंडी ठंडी ये बहो के नज़ारे
अकेली मुझे देख के छेडेंगे सारे
हवा ये ठंडी ठंडी ये बहो के नज़ारे
अकेली मुझे देख के छेडेंगे सारे
पपीहो की सदायें अरमान जगति जाये
है दुनिया मेला प्रीत का ये समझाए
दो पंछी उड़ते जाये और गीत मिलन के गाए
है दुनिया मेला प्रीत का ये समझाए
आ आ आ आ आ आ आ आ आ
कोयलिया ये बोले किसी की तू भी होले
मैं दिल से जो पुछु तो हाय बैरी डोले
कोयलिया ये बोले किसी की तू भी होले
मैं दिल से जो पुछु तो हाय बैरी डोले
ये नैना भी शर्माए शर्माके झुकती जाये
है दुनिया मेला प्रीत का ये समझाए
दो पंछी उड़ते जाये और गीत मिलन के गाए
है दुनिया मेला प्रीत का ये समझाए