Ek Baat Poochhti Hoon Ae Dil
एक बात पूछती हू ए दिल जवाब देना
एक बात पूछती हू ए दिल जवाब देना
क्यूँ उनकी हो गयी हूँ ए दिल जवाब देना
एक बात पूछती हू
नदिया के लहरे मचल के साहिल से क्यूँ टकराती हैं
सावन की बिजलियाँ तड़प कर बादल मे क्यूँ लहराती है
आपस मे प्यार है दिल बेकरार है
मिल के गले खो जाती है जाती है जाती है
एक बात पूछती हूँ
ए दिल जवाब देना हाँ दिल जवाब देना
एक बात पूछती हूँ
किसकी लगन मे ये शमा हर रात दिल को जलाती है
चंदा की याद मे चकोरी क्यूँ अपनी जान गवाती है
शोलो की बाहों मे चाहत की राहों मे
मर के भी ज़िंदगी पाती है पाती है पाती है
एक बात पूछती हूँ ए दिल जवाब देना
हाँ दिल जवाब देना एक बात पूछती हूँ
सूरज को देख के किसी की
आँखें ये क्यों झुक जाती है
पाते ही सामने कसी को
साँसे ये क्यूँ रुक जाती है
जिस दिल में चोर हो
मस्ती का मोर् हो
आँखें वही झुक जाती है जाती है जाती है
एक बात पूछती हूँ
ऐ दिल जवाब देना
क्यूँ उनकी हो गयी हूँ
ऐ दिल जवाब देना
एक बात पूछती हूँ