He Maryada Purushottam Bolo
हे मर्यादा पुरषोतम बोलो
हे मर्यादा पुरषोतम तुमने
मर्यादा क्यू तोड़ दी
नकली सीता के फेर मे
असली सीता क्यू छोड़ दी राम हे राम
जो तुम पे नीचावर रहती थी
तुम उसपे नीचावर क्यू ना हुए
जिसने दुख झेले तुम्हारे लिए
तुम उसके बराबर क्यू ना हुए
तुम उसके बराबर क्यू ना हुए (तुम उसके बराबर क्यू ना हुए)
क्या पाप किया था रानी ने (क्या पाप किया था रानी ने)
क्या पाप किया था रानी ने (क्या पाप किया था रानी ने)
जो उसकी किस्मत फोड़ दी (जो उसकी किस्मत फोड़ दी)
नकली सीता के फेर मे (नकली सीता के फेर मे)
असली सीता क्यू छोड़ दी हे राम हे राम (असली सीता क्यू छोड़ दी हे राम हे राम)
इस अवध की छती पर बोलो
क्यू पत्थर बन कर बैठे हो
घर की लक्ष्मी को छोड़ कर तुम
क्यू ईश्वर बन कर बैठे हो
क्यू ईश्वर बन कर बैठे हो (क्यू ईश्वर बन कर बैठे हो)
किस कारण राजा एक सती की (किस कारण राजा एक सती की)
किस कारण राजा एक सती की (किस कारण राजा एक सती की)
गर्दन तूने मरोड़ दी (गर्दन तूने मरोड़ दी)
नकली सीता के फेर मे (नकली सीता के फेर मे)
असली सीता क्यू छोड़ दी हे राम हे राम (असली सीता क्यू छोड़ दी हे राम हे राम)
क्यू मिथिला मे शिव धनुष को तुमने तोड़ा था
उतर दो उतर दो (उतर दो उतर दो)
क्यू सीता से जीवन का नाता जोड़ा था
उतर दो उतर दो (उतर दो उतर दो)
क्यू त्याग दिया तूने अपनी परणिता को
क्यू छोड़ दिया जंगल मे सती पुनिता को
क्यू ठोकर मार ना दी तुमने सिंहासन को
उतर दो उतर दो (उतर दो उतर दो)
क्यू ठोकर मार ना दी तुमने इस शाशन को
उतर दो उतर दो (उतर दो उतर दो)
तुम जान के भी अंजन बनो मत राजा (तुम जान के भी अंजन बनो मत राजा)
इंसान बनो इंसान बनो इंसान बनो भगवान बनो मत राजा
भगवान बनो मत राजा भगवान बनो मत राजा