Jagiye Gopal Lal
जागिये गोपाल लाल बंसी बन बोले
जागिये गोपाल लाल बंसी बन बोले
नन्हे नन्हे पलकें खोलो
चूमूँ नैं प्यारे
नन्हे नन्हे पलकें खोलो
चूमूँ नैं प्यारे
तोहे जगाये झुमे गाये
तोहे जगाये झुमे गाये
पंछी पंख खोले
जागिये गोपाल लाल बसि बन बोले
तू ही मेरा चाँद
तू ही अँखियो का तारा
तू हांसे तो भूल जाऊं
जीवन का दुःख सारा
तू ही मेरा चाँद
तू ही अँखियो का तारा
तू हसे तो भूल जाऊं
जीवन का दुःख सारा
गागा जल से तोहे नहलाओ
गागा जल से तोहे नहलाओ
भोली भाली अँखियो में
कजरा लगाऊँ हो वरि जउन
तू ही मेरी अशा तू ही मेरा सहारा
तू रोए तो लगे मोहे जग अँधियारा
तू ही मेरा चाँद
तू ही अँखियो का तारा
तू हांसे तो भूल जाऊं
जीवन का दुःख सारा
हौले हौले पग पग चल मेरे मुन्ने
हौले हौले पग पग चल मेरे मुन्ने
तेरे सैग चलि जल थल मेरे मुन्ने
तेरे सैग चलि जल थल मेरे मुन्ने
हो वारी जाऊं
तू ही मेरी अशा तू ही मेरा सहारा
तू रोए तो लगे मोहे जग अँधियारा
तू ही मेरा चाँद
तू ही अँखियो का तारा
तू हांसे तो भूल जाऊं
जीवन का दुःख सारा