Jai Jai Shiv Shankar [Classic Revival]
हे महा शिव शंकर कि हे
हे जय जय शिव शंकर काँटा लागे न कंकर
जय जय शिव शंकर काँटा लागे न कंकर
के प्याला तेरे नाम का पिया
ओ गिर जाऊँगी मैं मर जाऊँगी
जो तूने मुझे थाम ना लिया
ओ सौं रब दी
हे जय जय शिव शंकर काँटा लागे न कंकर
के प्याला तेरे नाम का पिया
ओ गिर जाऊँगी मैं मर जाऊँगी
जो तूने मुझे थाम ना लिया
ओ सौं रब दी
एक के दो दो के चार मुझको तो दिखते हैं (हम्म हम्म हम्म हम्म)
ऐसा ही होता है जब दो दिल मिलते हैं
एक के दो दो के चार मुझको तो दिखते हैं
ऐसा ही होता है जब दो दिल मिलते हैं
सर पे ज़मीं पाँव के नीचे है आसमां हो
सौं रब दी
सौं रब दी
सौं रब दी
सौं रब दी
जय जय शिव शंकर काँटा लागे न कंकर
के प्याला तेरे नाम का पिया
ओ गिर जाऊँगी मैं मर जाऊँगी
जो तूने मुझे थाम ना लिया
ओ सौं रब दी
ओ बन्सी भैय्या ही ही हो क्या बात है (ही ही ही)
ओ मोरे राजा बरे जत नाते खिचू रे तेरी फुलवारी री
कंधे पे सर रख के तुम मुझको सोने दो (हम्म हम्म हम्म हम्म)
मस्ती में जो चाहे हो जाये होने दो
कंधे पे सर रख के तुम मुझको सोने दो (हे हे हे हे)
मस्ती में जो चाहे हो जाये होने दो
ऐसे में तुम हो गये हो बड़े बेईमान हो
सौं रब दी
सौं रब दी
सौं रब दी
सौं रब दी
जय जय शिव शंकर काँटा लागे न कंकर
के प्याला तेरे नाम का पिया
ओ गिर जाऊँगी मैं मर जाऊँगी
जो तूने मुझे थाम ना लिया
ओ सौं रब दी
ही ही हां हां हां हां क्या क्या ही ही
रस्ते में हम दोनों घर कैसे जायेंगे (हम्म हम्म हम्म हम्म)
घर वाले अब हमको खुद लेने आयेंगे
रस्ते में हम दोनों घर कैसे जायेंगे
घर वाले अब हमको खुद लेने आयेंगे
कुछ भी हो लेकिन मज़ा आ गया मेरी जां हो
सौं रब दी
सौं रब दी
सौं रब दी
सौं रब दी
जय जय शिव शंकर काँटा लागे न कंकर
के प्याला तेरे नाम का पिया
ओ गिर जाऊँगी मैं मर जाऊँगी (हे हे हे हे)
जो तूने मुझे थाम ना लिया (हे हे हे हे)
ओ सौं रब दी
अरे बजाओ रे बजाओ इमानदारी से बजाओ
ही ही अरे बजाओ बजाओ थक न जा संजीरे ही
इमानदारी से बजाओ बेटा ही ही ब्र्रूआह हे हे हे हे