Phool Chun Le Mere Balam
फूल चुन ले, फूल चुन ले मेरे बालम
की जाने कब डाल झुके, जाने कब जाए, जाने कब जाए मुरझा
फूल चुन ले, फूल चुन ले मेरे बालम
की जाने कब डाल झुके, जाने कब जाए, जाने कब जाए मुरझा
देख के गल किसी गोरी के, कैसी खिले गुलाब हो
सूरज की चंचल किरनों की नियत हुई खराब
हो हो सूरज की चंचल किरनों की नियत हुई खराब
चलते ही, चलते ही पीर कर दो
की जाने कब डाल झुके, जाने कब जाए, जाने कब जाए मुरझा
रात के तारे तनहा बने रे, सपनों के कारण
हो हो पेड़ से लिपटी बेले सूखे, कौन बसेरे चमन हो
हो हो पेड़ से लिपटी बेले सूखे, कौन बसेरे चमन हो
जारे फूल
जारे फूल चमन से चुन, चलते ही पीर कर दो
की जाने कब डाल झुके, जाने कब जाए, जाने कब जाए मुरझा
फूल चुन ले, फूल चुन ले मेरे बालम
की जाने कब डाल झुके, जाने कब जाए, जाने कब जाए मुरझा