Pukaro Mujhe Phir Pukaro [Classic Revival]
ओ ओ
पुकारो मुझे फिर पुकारो
पुकारों मुझे फिर पुकारो
मेरे दिल के आईने में जुल्फ़ें आज सवारों
पुकारों मुझे फिर पुकारो
पुकारों मुझे फिर पुकारो
मेरी जुल्कों के साए में आज की रात गुज़ारो
पुकारों मुझे फिर पुकारो
गुलशन में ऐसी छाँव ऐसी धूप नहीं
कलियों मे ऐसा रंग ऐसा रुप नहीं
जाओ मेरे यार सा फूल कोई लेके आओ बहारो
पुकारों मुझे फिर पुकारों
पुकारों मुझे फिर पुकारों
चांदनी की इस अंधेरे में जरूरत नहीं
कुछ सोचे कुछ देखें हमको फुरसत नहींच
जाओ कहीं जा के छुप जाओ आज की रात छितारो
पुकारो मुझे फिर पुकारों
पुकारो मुझे फिर पुकारों
मेरी जुल्कों के साए में आज की रात गुज़ारो
पुकारो मुझे फिर पुकारों