Samdhi Samdhan
आज हमारे दिल में
आज हमारे दिल में अजब ये उलझन है
गाने बैठे गाना, सामने समधन है
हम कुछ आज सुनायें, ये उनका भी मन है
गाने बैठे गाना, सामने समधन है
कानो की बालियाँ, चाँद सूरज लगे
हो कानो की बालियाँ, चाँद सूरज लगे
ये बनारस की साड़ी खूब सजे
राज़ की बात बतायें
हा राज़ की बात बतायें, समधीजी घायल हैं
आज भी जब समधन की, खनकती पायल है
हा राज़ की बात बतायें समधीजी घायल हैं
आज भी जब समधन की, खनकती पायल है
होंठों की ये हँसी, आँखों की ये हया
हम्म होंठों की ये हँसी, आँखों की ये हया
इतनी मासूम तो, होती है बस दुआ
राज़ की बात बतायें
हा राज़ की बात बतायें समधी खुश क़िसमत है
लक्ष्मी है समधन जी, जिनसे घर जन्नत है
हा राज़ की बात बतायें समधी खुश क़िसमत है
लक्ष्मी है समधन जी, जिनसे घर जन्नत है
आज हमारे दिल में अजब ये उलझन है
सामने समधीजी, गा रही समधन है
हमको जो है निभाना, वो नाज़ुक बन्धन है
सामने समधीजी, गा रही समधन है
मेरी छाया है जो, आपके घर चली
मेरी छाया है जो, आपके घर चली
सपना बन के मेरी, पलकों में है पली
राज़ की बात बतायें
हो राज़ की बात बतायें, ये पूँजी जीवन की
शोभा आज से है ये, आपके आँगन की
राज़ की बात बतायें, ये पूँजी जीवन की
शोभा आज से है ये, आपके आँगन की
राज़ की बात बतायें, ये पूँजी जीवन की
शोभा आज से है ये, आपके आँगन की