Teri Aankhon Ke Siva Duniya Men [Chirag]
तेरी आँखों के सिवा
दुनिया में रखा क्या है
तेरी आँखों के सिवा
दुनिया में रखा क्या है
ये उठे सुबह चले
ये झुके शाम ढले
मेरा जीना
मेरा मरना
इन्हीं पलकों के तले
तेरी आँखों के सिवा
दुनिया में रखा क्या है
ये हों कहीं इनका साया
मेरे दिल से जाता नहीं
इनके सिवा अब तो कुछ भी
नज़र मुझको आता नहीं
ये हों कहीं इनका साया
मेरे दिल से जाता नहीं
ये उठे सुबह चले
ये झुके शाम ढले
मेरा जीना
मेरा मरना
इन्हीं पलकों के तले
तेरी आँखों के सिवा
दुनिया में रखा क्या है
आ आ आ आ आ आ
ठोकर जहाँ मैने खाई
इन्होंने पुकारा मुझे
ये हमसफ़र हैं तो काफ़ी है
इनका सहारा मुझे
ठोकर जहाँ मैने खाई
इन्होंने पुकारा मुझे
ये उठे सुबह चले
ये झुके शाम ढले
मेरा जीना
मेरा मरना
इन्हीं पलकों के तले
तेरी आँखों के सिवा
दुनिया में रखा क्या है
ये उठे सुबह चले
ये झुके शाम ढले
मेरा जीना
मेरा मरना
इन्हीं पलकों के तले
तेरी आँखों के सिवा
दुनिया में रखा क्या है
तेरी आँखों के सिवा
दुनिया में रखा क्या है