Tu Sach Bata Mere Jogi
जोगी रे, जोगी रे
तू सच बतला मुझे जोगी
बलम से बात कब होगी
विरह के दिन काटेंगे कब
विरह के दिन काटेंगे कब
मिलन की रात कब होगी
तू सच बतला मुझे जोगी
है याद मुझे, मिले थे गले
है याद मुझे, मिले थे गले
गमों से दूर चाँद तले
जो शाम ढले जो दीप जले
जो शाम ढले जो दीप जले
बलम से बात कब होगी
जिया रोए हँसें तारे
जिया रोए हँसें तारे
बने हैं फूल अँगारे
किया किसने जुड़ा हमको
किया किसने जुड़ा हमको
जुदाई वाले तीर हमे कौन मारे
तू सच बतला मुझे जोगी
बलम से बात कब होगी