Tum Gagan Ke Chandrama Ho
तुम गगन के चंद्रमा हो
मैं धरा की धूल हूँ
मैं धरा की धूल हूँ
तुम प्रणय के देवता हो
तुम प्रणय के देवता हो
मैं समर्पित फूल हूँ
तुम हो पूजा मैं पुजारी
तुम सुधा मैं प्यास हूँ
तुम सुधा मैं प्यास हूँ
तुम महासागर की सीमा
मैं किनारे की लहर
तुम महासंगीत के स्वर
मैं अधूरी साँस हूँ
तुम हो काया मैं हूँ छाया
तुम क्षमा मैं भूल हूँ
तुम गगन के चंद्रमा हो
मैं धरा की धूल हूँ
मैं धरा की धूल हूँ
आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ
तुम उषा की लालिमा हो
भोर का सिंदूर हो
मेरे प्राणों की हो गुँजन
मेरे मन की मयूर हो
तुम हो पूजा मैं पुजारी
तुम सुधा मैं प्यास हूँ
तुम गगन के चंद्रमा हो
मैं धरा की धूल हूँ
मैं धरा की धूल हूँ
तुम गगन के चंद्रमा