Woh Jo Auron Ki Khatir
वो जो औरो की खातिर जिए मर मिटे
सोचती हूँ उन्हे क्या मिला
वो जो औरो की खातिर जिए मर मिटे
सोचती हूँ उन्हे क्या मिला क्या मिला क्या मिला
जैसे बादल बरसता हुआ
प्यास जग की बुझाता रहा आ आ
जैसे बादल बरसता हुआ
प्यास जाग की बुझाता रहा
जैसे चंदन सभी के लिए अपनी कूशबू लुटाता रहा
जैसे चंदन सभी के लिए अपनी कूशबू लुटाता रहा
यूही तुम अपना जीवन लुटाती रही
पर तुम्हे प्यार किसका मिला
वो जो औरो की खातिर जिए मर मिटे
सोचती हूँ उन्हे क्या मिला
ख्वाब देखे हमारे लिए
एक पल भी अगर सो गयी
ख्वाब देखे हमारे लिए
एक पल भी अगर सो गयी
तुम हो माँ सारे परिवार की सबकी फिकरों मे तुम खो गयी
तुम हो माँ सारे परिवार की सबकी फिकरों मे तुम खो गयी
तुम ना ब्याही ना हाथो मे मेहन्दी रची
और ना माथे को टीका मिला
वो जो औरो की खातिर
उन्हे क्या मिला
एक औरत हो मेरी तरहा
फिर भी लगती हो देवी मुझे आ आ
एक औरत हो मेरी तरहा
फिर भी लगती हो देवी मुझे
अपना सब कुछ मिटाया मगर इक नयी ज़िंदगी दी मुझे
अपना सब कुछ मिटाया मगर इक नयी ज़िंदगी दी मुझे
हर अंधेरे मे जलती पिघलती रही
दिल तुम्हे दीप जैसा दिया
वो जो औरो की खातिर जिए मर मिटे
सोचती हूँ उन्हे क्या मिला
क्या मिला क्या मिला