Apne Liye Jiye To
अपने लिए जिए तुम
जमाने में क्या जिए
जीना वही है जो हो किसी और के लिए
कौन रहा है कौन रहेगा
दुनिया आनी जानी
रहता नाम उसी का जिसने
दी है कुच्छ कुर्बानी
कौन रहा है कौन रहेगा
दुनिया आनी जानी
रहता नाम उसी का जिसने
दी हो कुच्छ कुर्बानी
मर्द वही जो जुर्म के आगे
सर ना कभी झुकाए
मर्द वही जो जुर्म के आगे
सर ना कभी झुकाए
जो औरो के दुख की खातिर
अपनी जान लुटाए
दूर हटेगा जैसे कोई
उसकी याद सुहानी
रहता नाम उसी का जिसने
की हो कुच्छ कुर्बानी
कौन रहा है कौन रहेगा
दुनिया आनी जानी
रहता नाम उसी का जिसने
दी हो कुछ कुर्बानी
सोचना तूने कुर्बानी का
क्या बदला है पाया
सोचना तूने कुर्बानी का
क्या बदला है पाया
वही बहुत है तू दुनिया में
काम किसी के आया
बचा बचा पढ़ेगा एक दिन
तेरी प्रेम कहानी
रहता नाम उसी का जिसने
दी हो कुच्छ कुर्बानी
कौन रहा है कौन रहेगा
दुनिया आनी जानी
रहता नाम उसी का जिसने
दी हो कुच्छ कुर्बानी