Dhund Ke Laoon Kahan Se Main

Roshan, Sahir Ludhianvi

आह आ आ आ आ आ
आह आ आ आ आ आ
अब जा बलब हु शिद्दते
आहे दरद ए निहा से में

अब जा बलब हु शिद्दते (आह आ आ आ आ आ)

अब जा बलब हु शिद्दते दर्द ए निहा से में
हाय दरद इ निहा से में
हाँ
ऐसे में तुझको ढूंड के अब लाऊं कहाँ से में (ऐसे में तुझको ढूंड के अब लाऊं कहाँ से में)
ऐसे में तुझको ढूंढ ढूंढ के लाऊं कहाँ से में (ऐसे में तुझको ढूंढ ढूंढ के लाऊं कहाँ से में)
ढूंड के लाऊं कहाँ से में (ढूंड के लाऊं कहाँ से में)
ऐसे में तुझको ढूंड के लाऊं कहाँ से में (ऐसे में तुझको ढूंड के अब लाऊं कहाँ से में)
ढूंड के लाऊं कहाँ से में (ढूंड के लाऊं कहाँ से में)
ढूंड के लाऊं कहाँ से में (ढूंड के लाऊं कहाँ से में)

ऐ ढूंड के लाऊं कहाँ से में
ढूंड के लाऊं कहाँ से में

आह आ आ आ आ आ
ज़मी हम दर्द है मेरी न हम दम आस्मा मेरा
तेरा दर्द छूट गया तो फिर ठिकाना है कहा मेरा
कसम है तुझको तुझको कसम है
जग महफ़िल न जाये राये गौ मेरा
यही है इन्तिहा तारा
यही है इन्तिहा मेरा

एक सिंत मुहोब्बत है
एक सिंत ज़माना है

अब ढूंड के लाऊं कहाँ से में (अब ढूंड के लाऊं कहाँ से में)
ढूंड के लाऊं कहाँ से में (ढूंड के लाऊं कहाँ से में)

आह आ आ आ आ आ आह आ आ आ आ आ
तेरा ख्याल तेरी तमन्ना लिए हुए
दिल बुझ रहा हे आश का शोला लिए हुए
हे रहे खड़ी हुई है जो रहे पे ज़िन्दगी

आह आ आ आ आ आ
हे राह खड़ी हुई है जो रहे पे ज़िन्दगी
नाकाम हजरातों का जनाज़ा लिए हुए अब ऐसे में तुझको

ढूंड के लाऊं कहाँ से में (ढूंड के लाऊं कहाँ से में)
ढूंड के लाऊं कहाँ से में (ढूंड के लाऊं कहाँ से में)

आह आ आ आ आ आ
आवाज़ दे रहा हे दिले ख़ानमा ख़राब

आवाज़ दे रहा हे दिले ख़ानमा ख़राब
सीने में ईस तरब है सांसो में पे छुपा
है रूहे है इश्क़ जाने वफ़ा कुछ तो दे जवाब
अब जा बलब हु शिद्दते दर्दे निहा से में
आहे दर्दे निहा से में

ढूंड के लाऊं कहाँ से में (ढूंड के लाऊं कहाँ से में)
ढूंड के लाऊं कहाँ से में (ढूंड के लाऊं कहाँ से में)
आह आ आ आ आ आ
ढूंड के लाऊं कहाँ से में (ढूंड के लाऊं कहाँ से में)
आह आ आ आ आ आ
ढूंड के लाऊं कहाँ से में (ढूंड के लाऊं कहाँ से में)
ऐसे में ऐसे में तुझको (ऐसे में ऐसे में तुझको)
ढूंड के अब लाऊं कहाँ से में (ढूंड के अब लाऊं कहाँ से में)
ऐसे में तुझको ढूंढ के (ऐसे में ऐसे में तुझको)

Curiosités sur la chanson Dhund Ke Laoon Kahan Se Main de Mohammed Rafi

Qui a composé la chanson “Dhund Ke Laoon Kahan Se Main” de Mohammed Rafi?
La chanson “Dhund Ke Laoon Kahan Se Main” de Mohammed Rafi a été composée par Roshan, Sahir Ludhianvi.

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