Kisi Ki Yaad Mein Payi Hain

MAQBOOL, IQBAL HUSSAIN, NAQSH LYALLPURI

किसी की याद में पाई है जब कमी हमने
किसी की याद में पाई है जब कमी हमने
तो आँसुओं से जला दी है ज़िंदगी हमने
किसी की याद में

सियहा रात का दामन है और कुछ भी नही
सियहा रात का दामन है और कुछ भी नही
वो जिस मुकाम पे देखी थी रोशनी हमने
किसी की याद में

तेरे खयाल का शीशा ना टूट जाए कही
तेरे खयाल का शीशा ना टूट जाए कही
इसी खयाल में हर शब गुज़ार दी हमने
तो आँसुओं से जला दी है ज़िंदगी हमने
किसी की याद में

Curiosités sur la chanson Kisi Ki Yaad Mein Payi Hain de Mohammed Rafi

Quand la chanson “Kisi Ki Yaad Mein Payi Hain” a-t-elle été lancée par Mohammed Rafi?
La chanson Kisi Ki Yaad Mein Payi Hain a été lancée en 1988, sur l’album “Rafi Aye Jaan E Ghazal”.
Qui a composé la chanson “Kisi Ki Yaad Mein Payi Hain” de Mohammed Rafi?
La chanson “Kisi Ki Yaad Mein Payi Hain” de Mohammed Rafi a été composée par MAQBOOL, IQBAL HUSSAIN, NAQSH LYALLPURI.

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