Man Mera Ahsan
मान मेरा एहसान, अरे नादान कि मैने तुझसे किया है प्यार
मैने तुझसे किया है प्यार
मेरी नज़र की धूप न भरती रूप तो होता हुस्न तेरा बेकार
मैने तुझसे किया है प्यार
मान मेरा एहसान, अरे नादान कि मैने तुझसे किया है प्यार
मैने तुझसे किया है प्यार
उल्फ़त ना सही, नफ़रत ही सही
उल्फ़त ना सही, नफ़रत ही सही
इसको भी मोहब्बत कहते हैं
तूलाख छुपा ये भेद मगर
हम दिल में समाये रहते हैं
तेरे भी दिल में आग़ उठी है जाग
जबां से चाहे ना कर इकरार
मैने तुझसे किया है प्यार
मेरी नज़र की धूप न भरती रूप तो होता हुस्न तेरा बेकार
मैने तुझसे किया है प्यार
अपना ना बना लूँतुझको अगर
एक रोज तो मेरा नाम नहीं
पत्थर का जिगर पानी कर दूँ
ये तो कोई मुश्किल का म नहीं
छोड़ दे अब ये खेल तू कर ले मेल मेरे संग
मन ले अपनी हार
मैने तुझसे किया है प्यार
मान मेरा एहसान, अरे नादान कि मैने तुझसे किया है प्यार
मैने तुझसे किया है प्यार