Pyar Hai Ek Nishan Kadmon Ka [Sad]
ANANDSHI BAKSHI, R D Burman
ये ग़लत हैं की मरने वालो को
ये ग़लत हैं की मरने वालो को
ज़िंदगी से निजात मिलती है
ये ग़लत हैं की मरने वालो को
ज़िंदगी से निजात मिलती है
इस बहाने से गम के मारो को
और लंबी हयात मिलती है
माना जंजीरे टूट जाती है
आदमी फिर भी क़ैद रहता है
भूल जाते हैं लोग सब लेकिन
कुछ ना कुछ फिर भी याद रहता है
प्यार है एक निशान कदमो का
जो मुशफिर के बाद रहता है