Sajna
Mohit Chauhan
सजना शाम हुई
सजना शाम हुई
तू याद आने लगा
तू याद आने लगा
हाय सजना शाम हुई
बनके मुसाफिर फिरते
हैं तेरी राहों में
पल पल बदले इश्क़ इरादें धड़कन के
मुहसिन रात हुई
सजना शाम हुई
तू याद आने लगा
तू याद आने लगा
सजना..ओ.ऊ.
खोए हुए है तेरे बिना अरमान दिल के
आके दिखा दे रास्ते अब तू मंज़िल के
साँसें साज़ हुई
सजना शाम हुई
तू याद आने लगा
तू याद आने लगा
सजना शाम हुई सजना शाम हुई