Dil Kya Karay
ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म
जिंदगी का हर सकून
जिंदगी का हर सकून
है दिल की हाथों में ही क्यो
जिंदगी का हर सकून
है दिल की हाथों में ही क्यो
एक उनमेटी सी चाह से दूर जाती राह से
हार कैसे मान ले
ये दिल क्या करे (ये दिल किया करे)
ये दिल क्या करे (ये दिल किया करे)
कहा ले कर चली है ये नयी भूल भुलैया
जले पैरोने ने हे माँगी वोही पीपल छैइया
झूले जो थे बरसातो के झूले
भूले भी तू कोई कैसे भूले
कुछ ना कहे कुछ ना सुने आशियाने ना बुने (कुछ ना कहे कुछ ना सुने आशियाने ना बुने)
हार कैसे मान ले (हार कैसे मान ले)
ये दिल क्या करे (ये दिल किया करे)
ये दिल क्या करे (ये दिल किया करे)
कभी खोले अंधेरो को
कभी रैन को बांधें
उँचे उँचे ख़यालो की दीवारो को फादें
झूठे बहानो से रूठे ना माने
बेठे बिठायें लगे हे सतानें
बहने लगे हे उड़नें लगे हे आग से जुड़नें लगे (बहने लगे हे उड़नें लगे हे आग से जुड़नें लगे)
हार कैसे मान ले (हार कैसे मान ले)
ये दिल क्या करे (ये दिल किया करे)
ये दिल क्या करे (ये दिल किया करे)