Karz Chukana Hai [Sad]
Indeevar
आ आ
आ आ आ
फ़र्ज़ से तू भागा अब तक
अब फ़र्ज़ की खातिर जीना
अपनो का क़र्ज़ चुकाना है
अब बहा के तुझे पसीना
तूफा हो भला हो मुक़ाबिल
तूफा हो भला हो मुक़ाबिल
तुझे चलते ही जाना है
बुराई को अच्छाई मे
एक रोज बदल जाना है
जिसका नाम फ़र्ज़ है
वो भी तो एक क़र्ज़ है
फ़र्ज़ समझ कर
तुझको हर एक क़र्ज़ चुकाना है
बुराई को अच्छाई मे
एक रोज बदल जाना है
आ आ आ आ आ आ