Tere Bin Kuchh Bhi Nahi
Amaal Mallik, Palak Muchhal
तुम यूँ ही कभी मिलने हमें चले आओ
तुम यूँ ही कभी मिलने हमें चले आओ
कि तेरे बिन कुछ भी नहीं, कुछ भी नहीं हम जान जाओ
तुम यूँ ही कभी मिलने हमें चले आओ
तुम यूँ ही कभी मिलने हमें चले आओ
हम जुदा क्यूँ हुए? तुम ख़फ़ा क्यूँ हुए?
दो क़दम तुम साथ चल के दूर क्यूँ हो गए?
हम जुदा क्यूँ हुए? तुम ख़फ़ा क्यूँ हुए?
दो क़दम तुम साथ चल के दूर क्यूँ हो गए?
ऐ हमसफ़र, टूटे हुए दिल को मेरे थाम जाओ
हो, तुम यूँ ही कभी मिलने हमें चले आओ
कि तेरे बिन कुछ भी नहीं, कुछ भी नहीं मैं जान जाओ
तुम यूँ ही कभी मिलने हमें चले आओ
तुम यूँ ही कभी मिलने हमें चले आओ