Kahin Na Kahin
एयेए हो एयेए हेयी
कहीं ना कहीं
तुम भीगॉगे ताक
च्छुपके से देखा है
हुँने ये ख्वाब
जाने कहूँ तुमसे
कैसे इतनी सी बात
तुम ही केहडो
कुछ ही है अब आस
जो भी देखे सपने मैने
मैने तुमसे ही वो थे
जागे ऐसी नींदों से
के तुम साथ हो मेरे
सारा जहाँ तुम्ही तुम हो
मुझे भाए कुछ नही
तेरे बिना ख्वाबों से कभी
जाग ना पौँगा मैं
आँखें मुंडू तो मैं
खुश्बू तेरी मुझे
ले जाए तेरी ओर
आँखे खोलूं तो मैं
और जो तू ना दिखे
क्या कहूँ कैसा लगे
सारा जहाँ तुम्ही तुम हो
मुझे भाए कुछ नही
तेरे बिना ख्वाबों से कभी
जाग ना पौँगा मैं
कहीं कहीं ना कहीं
तुम भीगॉगे ताक
च्छुपके से देखा है
हुँने ये ख्वाब
जाने कहूँ तुमसे
कैसे इतनी सी बात
तुम ही केहडो
कुछ ही है अब आस
सारा जहाँ तुम्ही तुम हो
मुझे भाए कुछ नही
तेरे बिना ख्वाबों से कभी
जाग ना पौँगा मैं