Janhit Mein Jaari
Aye Yo
All The Ladies Out There
This One For You You You
For All My Womaniya
हे जन्मे सब शी से जन्मी
दुनिया यह सारी हैं
अब ना चलेगी लौंदों ने जो
की होशियारी हैं
अगदाम बगदाम बोहट हुया
करली नारी ने तैयारी हैं
इसे हल्के में लेने वालों सुनलो
सुनो सुनो सुनो सुनो सुनो सुनो
सब पे एक वंानिया भारी हैं
यह सूचना जनहित में जारी हैं
अर्रे भारी हैं
यह सूचना जनहित में जारी हैं
सब पे भारीं
यह सूचना जनहित में जारी हैं
अर्रे एक वंनिया
यह सूचना जनहित में
सब पे एक वंनिया भारी हैं
अर्रे एक वंनिया
साबरा अब बोहट हो गया
कितनों का आपा खो गया
जो भी हो गया हो गया
अब ना ज़ुल्म हम होने देंगे
एक नया देश बाणेगा
स्वाकच परिवेश बनेगा
अपनी माता बहेनॉ की
इज़्ज़त अब ना खोने देंगे
सृजन हुया नारी से सबका
रूप बड़ा विकराल हैं इसका
काली दुर्गा सरस्वती
सब नारी हैं करे ध्यान तू जिसका
नारी शब्द बड़ा उत्तम हैं
नारी प्रतिष्ठा सर्वोत्तम हैं
फिर क्यूँ कालिक लागा रहा हैं
नारी को क्यूँ सता रहा हैं
जिस घर में नारी ना पूजते
यूयेसेस घर में दानव हैं रहते
पुरुषों में सर्वोत्तम वो हैं
मर्यादा पुरुषोत्तम जो हैं
बहेनॉ से राखी हैं मा से है छाया
बीवी से हैं घर और बेटी से माया
इनसे ही तो तू हैं वजूद में आया
बस इत्टई सी बात तू भी समझ ना पाया
कारण जानम का नारी हैं
कहीं अंत का ना हो गभहरता हूँ
फिर से कही हुई बात में
सुनलो एक डफे दोहराता हूँ
हे जन्मे सब शी से जन्मी
दुनिया यह सारी हैं
बिल्कुल ना चलेगी लौंदों ने जो
की होशियारी है
अर्रे अगदाम बगदाम बोहट हुया
करली नारी ने तैयारी हैं
हल्के में लेने वालों सुनलो
सुनो सुनो सुनो सुनो सुनो सुनो
सब पे एक वंनिया भारी हैं
यह सूचना जनहित में जारी हैं
अर्रे भारी हैं
यह सूचना जनहित में जारी हैं
सब पे भारी
यह सूचना जनहित में जारी हैं
अर्रे एक वंनिया
यह सूचना जनहित में
सब पे एक वंनिया भारी हैं
भारी है भारी हैं भारी हैं