Dost
खुशी हो तुम्हारी
नाचे कोई नाचे कोई
घाम हो तुम्हारे
रोए कोई रोए कोई
दोस्त उसी को कहते हैं
हा दोस्त इसी लिए होते हैं
दोस्त उसी को कहते हैं
दोस्त इसी लिए होते हैं
हो उँची नीची राह पे
साया बनके साथ चले
जो उऊनची नीची राह पे
साया बनके साथ चले
साची वफ़ा के साइवा
दिल में कुछ भी ना रखे
ना कोई गार्ज हो उसको यारो
उसको यारो
दोस्ती फ़र्ज़ हो जिसका यारो
दोस्त उसी को कहते हैं
दोस्त इसी लिए होते हैं
दोस्त उसी को कहते हैं
दोस्त इसी लिए होते हैं
कोई दोस्त चाहो तो
तुम खुद पहले दोस्त बनो
हमराज़ को चाहो तो
पहले तुम हमराज़ बनो
इश्स सारे जहाँ से जो
प्यारा लागे प्यारा लागे
अपनो से भी ज़्यादा जो
अपना लागे अपना लागे
दोस्त उसी को कहते हैं
दोस्त इसी लिए होते हैं
दोस्त उसी को कहते हैं
दोस्त इसी लिए होते हैं
खुशी हो तुम्हारी
नाचे कोई नाचे कोई
घाम हो तुम्हारे
रोए कोई रोए कोई
दोस्त उसी को कहते हैं
दोस्त इसी लिए होते हैं
दोस्त उसी को कहते हैं
दोस्त इसी लिए होते हैं.