Humein Bharat Kehte Hain
मेहमान तो रब के जैसा है
वो चले तो सांस बिछाते है
है लहू मै रंग कुर्बानी का
जा देकर जान बचाते है
अपना पराया हम ना देखे
कभी भी अपना गम ना देखे
दुसरो के दर्द मे खडे रहते है(खडे रहते है)
हमे भारत कहते है
हमे भारत कहते है
हमे भारत कहते है
हमे भारत कहते है
हमे भारत कहते है
हमे भारत कहते है
हमे भारत कहते है
हमे भारत कहते है
आ आ आ आ आ
कोई रोए तो आँसू चुराके
आँखो मे हसीन भर देते हैं
कोई रोए तो आँसू चुराके
आँखो मे हसीन भर देते हैं
मुश्किल मे रहके दूसरो का
आसान सफ़र कर देते है
ये मिट्टी ही कुछ ऐसी है
ज़ख़्मो पे मरहम जैसी है
इंसानियत की हवओ मे हम बहते है (हम बहते है)
हमे भारत कहते हैं
हमे भारत कहते हैं
हमे भारत कहते हैं
हमे भारत कहते हैं
तिलक जो माथे पे
लगाया इस मिट्टी का तो
रंग बसंती छाए
तुमने जो माँगा दिल
सीने से निकााल के
जान देने चले आए
तिलक जो माथे पे
लगाया इस मिट्टी का तो
रंग बसंती छाए
तुमने जो माँगा दिल
सीने से निकााल के
जान देने चले आए
हमे भारत कहते हैं
हमे भारत कहते हैं
हमे भारत कहते हैं
हमे भारत कहते हैं
हमे भारत कहते हैं
हमे भारत कहते हैं
हमे भारत कहते हैं
हमे भारत कहते हैं