Qurbaan
जन्नत सा लगता मुझको अब ये जहाँ हैं
जबसे तू तां पा मुझको रब्ब से मिला
मैं महोब्बत कहूं या इबादत इसे
अबसे तू मेरे दिल को तुझही से मिले
सांसो से तेरी खुसबू सी आयी हैं
ज़ुल्फ़ों ने तेरी नींदें चुराई हैं
मुझको बनाया ऐसा दीवाना
के मैं देता हु तेरी ही सदा
मैं क़ुर्बान मैं क़ुर्बान
तेरी एक झलक पे मैं क़ुर्बान रे
मेरा कलमा मेरा कलमा
तेरे नाम से शुरू होता हैं
मैं क़ुर्बान मैं क़ुर्बान
तेरी एक झलक पे मैं क़ुर्बान रे
मेरा कलमा मेरा कलमा
तेरे नाम से शुरू होता हैं
बनती सवरती जो बादलों में
ऐसी कहानी तेरी मेरी हैं
आ बनती सवरती जो बादलों में
ऐसी कहानी तेरी मेरी हैं
ऐसा मुकम्बल इश्क़ लगे हैं
जैसे हैं राज़ी खुदा
मैं क़ुर्बान मैं क़ुर्बान
तेरी एक झलक पे मैं क़ुर्बान रे
मेरा कलमा मेरा कलमा
तेरे नाम से शुरू होता हैं
मैं क़ुर्बान मैं क़ुर्बान
तेरी एक झलक पे मैं क़ुर्बान रे
मेरा कलमा मेरा कलमा
तेरे नाम से शुरू होता हैं
मैं क़ुर्बान मैं क़ुर्बान
तेरी एक झलक पे मैं क़ुर्बान रे
मेरा कलमा मेरा कलमा
तेरे नाम से शुरू होता हैं
तेरी पनाहे अगर मिल गयी तों
तेरी इबादत करने लगेंगे
हां तेरी पनाहे अगर मिल गयी तों
तेरी इबादत करने लगेंगे
तुझको ही माँगा हरपल दुआओं में
अब तो क़ुबूल फरमान
मैं क़ुर्बान मैं क़ुर्बान
तेरी एक झलक पे मैं क़ुर्बान रे
मेरा कलमा मेरा कलमा
तेरे नाम से शुरू होता हैं
मैं क़ुर्बान मैं क़ुर्बान
तेरी एक झलक पे मैं क़ुर्बान रे
मेरा कलमा मेरा कलमा
तेरे नाम से शुरू होता हैं