Chehra Subeh Banaras
चेहरा सुबेश बनारस
ज़ूल्फेन अवध की शाम
चेहरा सुबेश बनारस
ज़ूल्फेन अवध की शाम
कितनी हसीन है तू
तुझको मेरा सलाम
चेहरा सुबेश बनारस
ज़ूल्फेन अवध की शाम
कितनी हसीन है तू
तुझको मेरा सलाम
तू मेरे सामने है
मेरे करीब है
क्या इतना खूबसूरत
मेरा नसीब है
तू मेरे सामने है
मेरे करीब है
क्या इतना खूबसूरत
मेरा नसीब है
जी चाहे जी चाहे अपने दिल पे
लिख लून मैं तेरा नाम
कितनी हसीन है तू
तुझको मेरा सलाम
जादू हे
जादू हे नशा हे तेरे शबाब का
पानी से हो रहा हे धोखा शराब का
जादू हे नशा हे तेरे शबाब का
पानी से हो रहा हे धोखा शराब का
शबनम से भर गए हे
फूलों के खाली जाम
कितनी हसीन है तू
तुझको मेरा सलाम
लड़की नहीं है कोई
खिलता कंवल है तू
जान ए चमन है तू हन
जान ए गाज़ल है तू
लड़की नहीं है कोई
खिलता कंवल है तू
जान ए चमन है तू हन
जान ए गाज़ल है तू
गॅलाइब की गॅलाइब की शायरी है
तू मीर का कलाम
कितनी हसीन है तू
तुझको मेरा सलाम