Bedardi Ke Sang Pyar
हम्म्म हम्म्म हम्म्म हम्म्म
हम्म्म हम्म्म हम्म्म हम्म्म
बेदर्दी के संग प्यार किया
क्यों क्यों भला क्यों क्यों
दिल मुफ़त में ही वार दिया
क्यों क्यों भला क्यों क्यों
बेदर्दी के संग प्यार किया दिल मुफ़त में ही वार दिया
गोरी तूने जो भी किया जैसा किया
अच्छा किया
हा फिर तो ऐतबार किया
क्यों क्यों भला क्यों क्यों
बेदर्दी के संग प्यार किया
क्यों क्यों भला क्यों क्यों
बेदर्दी के संग प्यार किया दिल मुफ़त मे ही वार दिया
दिल ने क्या कहा दिल ने क्या सुना
तेरे जाने तू
भोली मई साजन में क्या जानू
हा बैठे बिताए फस गयी तेरे प्यार में मैं जानू
में तेरा हू बस इतना जानू
उठ उठ के रातो मे सोचु
मैने ये क्या किया नींद भी देदी चैन गवाया
दिल भी उसपे दिया
गोरी तूने जो भी किया जैसा किया अच्छा किया
हा फिर तो दिल निसार किया
क्यों क्यों भला क्यों क्यों
बेदर्दी के संग प्यार किया
क्यों क्यों भला क्यों क्यों
बेदर्दी के संग प्यार किया दिल मुफ़त में ही वार दिया
इतना बतादे तूने मुझको बेदर्द क्यो कहा
ऐसे ही कों सा दिल से कहा
हा तकरार बिन जो प्यार हो
उसका भी क्या मज़ा जाने जा तूने ये खूब कहा
लाख सताए लाख रुलाए फिर भी मेरे पिया
लगे तू सबसे प्यारा जाग में जादू ये क्या किया
गोरी मैने जो भी किया किया जैसा किया अच्छा किया
हा फिर तो दिल तुज़से प्यार किया
क्यों क्यों भला क्यों क्यों
बेदर्दी के संग प्यार किया
क्यों क्यों भला क्यों क्यों
बेदर्दी के संग प्यार किया दिल मुफ़त में ही वार दिया