Maine Soch Liya
मैंने सोच लिया
मैंने सोच लिया
कुछ भी हो यार
मैं तो करूंगा
तुमसे ही प्यार
मैंने सोच लिया हाँ
मैंने सोच लिया
कुछ भी हो यार
मैं तो करूंगी
तुमसे ही प्यार
मैंने सोच लिया हाँ
मैंने सोच लिया हाए
मैंने सोच लिया
बस कुछ दिन की ये जुदाई हैं
बस कुछ दिन की ये दूरी हैं
फिर हर मौसम मिलने का हैं
फिर हर लम्हा सिंदूरी हैं
क्या हाल बताऊँ इस दिल का
मैं तुमसे कुछ ना केह पाऊँ
इतना बेचैन किया तुमने
एक पल भी दूर ना रेह पाऊँ
मैंने सोच लिया हाँ
मैंने सोच लिया
कुछ भी हो यार
मैं तो करूंगी
तुमसे ही प्यार
मैंने सोच लिया हाँ
मैंने सोच लिया हाँ
मैंने सोच लिया
होठों से मैंने कुछ ना कहा
बिन बोले सब कुछ बोल दिया
तेरी चाहत का नज़राना
तूने मुझको बेमोल किया
ना तो ऐसी रंगरलिया थी
ना तो ऐसी ऋत आई थी
तुमसे मिलने से पहले तो
मेरे जीवन में तनहाई थी
मैंने सोच लिया हाँ
मैंने सोच लिया
कुछ भी हो यार
मैं तो करूंगा
तुमसे ही प्यार
मैंने सोच लिया हाँ
मैंने सोच लिया
कुछ भी हो यार
मैं तो करूंगी
तुमसे ही प्यार
मैंने सोच लिया हाँ
मैंने सोच लिया हाँ
मैंने सोच लिया हाँ
मैंने सोच लिया