Phir Mili Tanhai
ASIM RAZA, ZOE VICCAJI
रातों की नींदें गयी
गया दिन का चैन
हर जान हर सून हर घड़ी
ढूँढें तुझ को नैन
बढ़ते गये तेरे
मेरे ये फ़ासले
रोके से भी ना रुक
सकें हम जो चले
और फिर मिल्ली तन्हाई
दिल पे लगी तेरी जुदाई
सोचे समझे बिना
जुड़ा हो गये
वो पल जो थे हन
तुम में कहाँ हो गये
बढ़ते गये तेरे
मेरे ये फ़ासले
रोके से भी ना रुक
सकें हम जो चले
और फिर मिली तन्हाई
दिल पे लगी तेरी जुदाई
ई फील ई फील ओ सो लोन्ली
ई फील ई फील ओ सो लोन्ली
ई फील ई फील ओ सो लोन्ली
और फिर मिली तन्हाई
दिल पे लगी तेरी जुदाई
और फिर मिली तन्हाई