Kaun Aaya Mere Man Ke Dware
MADAN MOHAN, RAJINDER KRISHAN
आँख न जाने, दिल पहचाने
आँख न जाने, दिल पहचाने
सूरतिया कुछ ऐसी
आँख न जाने, दिल पहचाने
सूरतिया कुछ ऐसी
याद करुँ तो, याद न आये
मूरतिया ये कैसी
पागल मनवा, सोच में डूबा
सपनों का संसार लिये
कौन आया मेरे मन के द्वारे
पायल की झनकार लिये
कौन आया मेरे मन के द्वारे
पायल की झनकार लिये
कौन आया