Tumne Mujhe Dekha Hokar Meherban
Majrooh Sultanpuri, R D Burman
तुमने मुझे देखा होकर मेहरबाँ
रुक गई ये ज़मीं, थम गया आसमाँ
जान-ए-मन, जान-ए-जाँ
तुमने मुझे देखा होकर मेहरबाँ
रुक गई ये ज़मीं, थम गया आसमाँ
जान-ए-मन, जान-ए-जाँ तुमने मुझे देखा...
वो कहीं दर्द के सहरा में रुकते-चलते होते
इन होंठों की हसरत में तपते-जलते होते
मेहरबाँ हो गई ज़ुल्फ़ की बदलियाँ
जान-ए-मन, जान-ए-जाँ
तुमने मुझे देखा होकर मेहरबाँ
रुक गई ये ज़मीं, थम गया आसमाँ
जान-ए-मन, जान-ए-जाँ
तुमने मुझे देखा