Tumne Mujhe Dekha Hokar Meherban
Majrooh Sultanpuri, R D Burman
तुमने मुझे देखा होकर मेहरबाँ
रुक गई ये ज़मीं, थम गया आसमाँ
जान-ए-मन, जान-ए-जाँ
तुमने मुझे देखा होकर मेहरबाँ
रुक गई ये ज़मीं, थम गया आसमाँ
जान-ए-मन, जान-ए-जाँ तुमने मुझे देखा
वो कहीं दर्द के सहरा में रुकते-चलते होते
इन होंठों की हसरत में तपते-जलते होते
मेहरबाँ हो गई ज़ुल्फ़ की बदलियाँ
जान-ए-मन, जान-ए-जाँ तुमने मुझे देखा होकर मेहरबाँ
रुक गई ये ज़मीं, थम गया आसमाँ
जान-ए-मन, जान-ए-जाँ तुमने मुझे देखा
ओ, लेकर ये हसीं जलवे, तुम भी न कहाँ पहुँचे
आखिर को मेरे दिल तक, कदमों के निशां पहुँचे
खत्म से हो गए रास्ते सब यहाँ
जान-ए-मन, जान-ए-जां तुम ने मुझे देखा हो कर मेहर्बां
रुक गई ये ज़मीं
थम गया आसमां, जान-ए-मन जान-ए-जां
तुम ने मुझे देखा, हो कर मेहर्बां
रुक गई ये ज़मीं
थम गया आसमां, जान-ए-मन जान-ए-जां
तुम ने मुझे देखा