Urr Jaoon
Bilal Maqsood, Faisal Kapadia
एक दिन
मैं उड़ जाऊ
बहते बादलों में
खो जाऊ
चाहा है
चाहा है
चाहा है
एक दिन
मैं उड़ जाऊ
नीली वादियों में
खो जाऊ
चाहा है
चाहा है
चाहा है
बाँधी है दिल से
एक अनजानी सी डोर
खींचती है मुझको
ना जाने किसकी ओर
खोल के खिड़की
आज मैं उड़ जाऊ
उड़ जाऊ
चाहा है, चाहा है
उड़ जाऊ
चाहा है, चाहा है
चाहा है, चाहा है, चाहा है