Taqdeer Bani Bankar Bigdi [Revival]

NAUSHAD, SHAKEEL BADAYUNI

तक़दीर बनी बन कर बिगड़ी
दुनिया ने हमें बरबाद किया
तक़दीर बनी बन कर बिगड़ी
दुनिया ने हमें बरबाद किया
दुख दर्द के हाथों लुट कर भी
इस दिल ने तुझी को याद किया
दुख दर्द के हाथों लुट कर भी
इस दिल ने तुझी को याद किया
तक़दीर बनी

हम दिल की लगी को क्या रोए
उल्फ़त में हज़ारों घर उजड़े
हो ओ ओ ओ
ऐ इश्क़ के मारो तुम ही कहो
किस्मत ने किसे आबाद किया
ऐ इश्क़ के मारो तुम ही कहो
किस्मत ने किसे आबाद किया
तक़दीर बनी

इस क़ैद में जीना मुश्किल है
ऐ मौत लगी है आस तेरी
हो ओ ओ ओ
चुपके से ज़रा आ कर कह दे
जा हमने तुझे आज़ाद किया
चुपके से ज़रा आ कर कह दे
जा हमने तुझे आज़ाद किया
तक़दीर बनी बन कर बिगड़ी
दुनिया ने हमें बरबाद किया
तक़दीर बनी

Curiosités sur la chanson Taqdeer Bani Bankar Bigdi [Revival] de शमशाद बेगम

Qui a composé la chanson “Taqdeer Bani Bankar Bigdi [Revival]” de शमशाद बेगम?
La chanson “Taqdeer Bani Bankar Bigdi [Revival]” de शमशाद बेगम a été composée par NAUSHAD, SHAKEEL BADAYUNI.

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