Jaane Kyon Mein Tujhko
आहा हं हं हं ला ला
जाने क्यूँ मैं तुझको दिन रात सोचता हूँ
जाने क्यूँ मैं तेरी हर बात सोचता हूँ
ये पागलपन है या प्यार है
ये कैसा मुझपे खुमार है
हर पल हो तुझसे मेरी मुलाक़ात सोचता हूँ
जाने क्यूँ मैं तुझको दिन रात सोचता हूँ
तेरे ख्यालों में खोए रहना मेरा काम अब यही है
ये जान ले तू कि पागल दिल का पैगाम अब यही है
पैगाम अब यही है
हो जाए शायद कोई करामात सोचता हूँ
जाने क्यूँ मैं तुझको दिन रात सोचता हूँ
जाने क्यूँ मैं तेरी हर बात सोचता हूँ
मिलने को अक्सर मिले तू मुझमें फिर भी हैं फ़ासले क्यूं
दिल की लगी ने बनाए हैं ये बेनाम सिलसिले क्यूं
बेनाम सिलसिले क्यूं
बदलेंगे कैसे अब ये हालात सोचता हूँ
जाने क्यूँ मैं तुझको दिन रात सोचता हूँ
जाने क्यूँ मैं तेरी हर बात सोचता हूँ
ये पागलपन है या प्यार है
ये कैसा मुझपे खुमार है
हर पल हो तुझसे मेरी मुलाक़ात सोचता हूँ