Taarif Karoon Kya Uski
ये चांद सा रोशन चेहरा ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखें कोई राज़ है इनमें गहरा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
ये चांद सा रोशन चेहरा ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखें कोई राज़ है इनमें गहरा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
एक चीज़ क़यामत भी है लोगों से सुना करते थे
तुम्हें देख के मैंने माना वो ठीक कहा करते थे
वो ठीक कहा करते थे
है चाल में तेरी ज़ालिम कुछ ऐसी बला का जादू
सौ बार सम्भाला दिल को पर हो के रहा बेकाबू
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
ये चांद सा रोशन चेहरा ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखें कोई राज़ है इनमें गहरा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
हर सुबह किरन की लाली है रंग तेरे गालों का
हर शाम की चादर काली साया है तेरे बालों का
हर सुबह किरन की लाली है रंग तेरे गालों का
हर शाम की चादर काली साया है तेरे बालों का
साया है तेरे बालों का
तू बलखाती एक नदिया हर मौज तेरी अंगड़ाई
जो इन मौजों में डूबा उसने ही दुनिया पाई
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
ये चांद सा रोशन चेहरा ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखें कोई राज़ है इनमें गहरा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
मैं खोज में हूँ मंज़िल के और मंज़िल पास है मेरे
मुखड़े से हटा दो आंचल हो जाएँ दूर अंधेरे
हो जाएं दूर अंधेरे
माना के ये जलवे तेरे कर देंगे मुझे दीवाना
जी भर के ज़रा मैं देखूँ अंदाज़ तेरा मस्ताना
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
ये चांद सा रोशन चेहरा ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखें कोई राज़ है इनमें गहरा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया